फरीदाबाद, 12 जुलाई: हाल ही में महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी की तरफ से एक नियम आया था जिसके तहत 3RD सेमेस्टर में दाखिला लेने के लिये 1ST सेमेस्टर के 50% विषय मे तथा 5th सेमेस्टर में दाखिला लेने के लिए 1st सेमेस्टर के 100% विषय मे पास होना अनिवार्य था. इसके विरोध में एनएसयूआई फरीदाबाद ने 4 जुलाई से 11 जुलाई तक लगातार प्रदर्शन किये. NSUI और अन्य छात्र संगठनों के जोरदार विरोध को देखते हुए आज MDU ने अपना फरमान वापस ले लिया.
यूनिवर्सिटी के इस फैसले से खुश होकर आज एनएसयूआई के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री ने पत्रकार वार्ता करके खट्टर सरकार पर हमला बोला, उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार ने लगातार चौथी बार एनएसयूआई फरीदाबाद के समक्ष अपने घुटने टेक दिए हैं.
अत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार प्राइवेट कॉलेज और सरकारी कॉलेजों के छात्रों के साथ भेदभाव की नीति अपना रही है। सरकारी कॉलेजों में जहां एमडीयू के इस नियम का हवाला देते हुए छात्रों का एडमिशन नहीं लिया जा रहा था वहीं प्राइवेट कॉलेजों में यह नियम देखने को ही नहीं मिल रहा था.
अत्री ने बताया कि लगातार चार वर्षों (2015, 2016, 2017, 2018) से एमडीयू एडमिशन के समय यह नियम लागू कर देती है लेकिन एनएसयूआई के विरोध के बाद हर वर्ष अपने इस नियम को वापिस ले लेती है.
इस आंदोलन में एनएसयूआई के बैनर तले छात्र नेता मोहित त्यागी, कुंज बैसोया, अजीत त्यागी, रोहित कबीरा, अभिषेक वत्स, सोनू सिंह, उत्तम गौड़, अंकित सिंह, अश्विनी ठाकुर, सौरभ देशवाल, नरेश राणा, आरिफ खान, करण सिंह, गौरव कौशिक, सदफ, बिन्दु, अर्पिता, नेहा, सीमा, पंकज, शिवम दत्त आदि ने सहयोग किया.
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