फरीदाबाद: शहर के मशहूर वकील और जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एलएन पाराशर मंगलवार को सेक्टर-12 कोर्ट के दल्ले वकीलों और भ्रष्ट जजों के नामों का खुलासा करेंगे और उनके बारे में सबूत देंगे, जब उनसे पूछा गया कि अगर सबूत ना दे पाए तो आपको जेल जाना पड़ सकता है तो इसके जवाब में एलएन पाराशर ने कहा कि मैं जेल जाने से नहीं डरता, मैं पहले भी जेल जा चुका हूँ लेकिन सच की लड़ाई में कभी कभी जेल जाना पड़ता है.
बता दें कि एलएन पाराशर ने कुछ दिनों पहले न्यायिक परिसर के बाहर चारों तरफ पर्चा चिपकाया था कि जजों के ठेकेदार बन बैठे हैं दलाल. उन्होंने कहा कि यहाँ पर कुछ जज भ्रष्ट हैं जिनके कोर्ट में केस जाने पर गरीबों को न्याय नहीं मिलता, वहां पर न्याय की बोली लगती है, जो पैसा देता है उसी के हित में फैसले सुनाये जाते हैं.
जब वकील पराशर से पूछा गया कि आप शहर के मशहूर वकील होकर कुछ वकीलों और जजों के खिलाफ क्यों सड़क पर उतर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि मैं एक वकील होने के साथ साथ एक जिम्मेदार नागरिक भी हूँ, मेरी जिम्मेदारी है कि समाज की बुराई को ख़त्म करूँ, जब मुझे लगा कि फरीदाबाद की न्यायिक व्यवस्था में भ्रष्टाचार घुस आया है और कुछ दलाल वकील जजों के ठेकेदार बन बैठे हैं तो मैंने जनता को न्याय दिलाने के लिए इसके खिलाफ लड़ाई छेड़ी है. हमारी जिम्मेदारी है कि अगर कहीं पर भ्रष्टाचार है तो उसके खिलाफ लड़ाई लड़ें.
वकील पाराशर ने कहा कि हम वकीलों के खिलाफ नहीं हूँ बल्कि वकीलों के साथ हूँ और उनकी भलाई के लिए यह लड़ाई लड़ रहा हूँ, दो तीन दलाल वकील जजों के साथ मिलकर मनमानी कर रहे हैं और युवा वकीलों का मनोबल तोडा जा रहा है, जब न्यायिक व्यवस्था से भ्रष्टाचार ख़त्म हो जाएगा तो युवा वकीलों का भला होगा.
वकील पाराशर ने कहा कि हम वकीलों के खिलाफ नहीं हूँ बल्कि वकीलों के साथ हूँ और उनकी भलाई के लिए यह लड़ाई लड़ रहा हूँ, दो तीन दलाल वकील जजों के साथ मिलकर मनमानी कर रहे हैं और युवा वकीलों का मनोबल तोडा जा रहा है, जब न्यायिक व्यवस्था से भ्रष्टाचार ख़त्म हो जाएगा तो युवा वकीलों का भला होगा.
वकील पराशर ने कहा कि यहाँ पर गरीबों को तभी न्याय मिलता है जब उनका केस किसी इमानदार जज के पास जाता है, अगर बेईमान जजों की अदालत में गरीबों का केस गया तो उन्हें न्याय नहीं मिलता, वहां पर इन्साफ खरीदा जाता है, यह बहुत चिंता की बात है. अगर कोई गरीब किसी कंपनी वाले के खिलाफ केस करे तो गरीब को न्याय नहीं मिलेगा और कंपनी वाला ही केस जीतेगा, यहाँ पर इन्साफ बिक जाता है, गरीबों के साथ अन्याय होता है.
जब वकील एलएन पाराशर से पूछा गया कि इतनी बड़ी लड़ाई लड़ने में आपको डर तो नहीं लग रहा है तो उन्होंने कहा कि मैंने अपनी जान की परवाह छोड़कर इस लड़ाई की शुरुआत की है, ज्यादा से ज्यादा ये लोग मुझे जेल भिजवा देंगे या जान से मरवा देंगे, मैं ना जेल जाने से डरता हूँ और ना ही मरने से डरता हूँ.
जब उनसे पूछा गया कि फरीदाबाद के भ्रष्ट जजों पर आप क्या कार्यवाही चाहते हैं तो उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को टर्मिनेट करना चाहिए और घर पर बिठाना चाहिए क्योंकि ये न्याय करने के काबिल नहीं हैं.
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