फरीदाबाद, 24 अप्रैल: सेक्टर-16A स्थित सर्किट हाउस में बाल संरक्षण अधिकार आयोग के सदस्य बालकृष्ण गोयल ने मानव तस्करी के बारे में बड़ी जानकारी दी है.
बालकृष्ण गोयल ने बताया कि इस बारे में झारखंड सरकार और पुलिस के बीच वार्ता चल रही है। जल्द ही झारखंड की एंटी हयूमन ट्रैफिकिंग यूनिट भी फरीदाबाद आएगी। उन्होंने कहा फरीदाबाद पुलिस ने फरवरी माह में मानव तस्करी का बड़ा खुलासा किया था। इस मामले को मिसिंग सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर सत्येन्द्र रावल देख रहे हैं.
इस मामले में पुलिस ने सुरेंद्र और अरुण नाम के दो युवक गिरफ्तार किए थे. जिनसे पूछताछ के बाद पांच घरेलू सहायिकाएं मुक्त करवाई गई थीं। इस गिरोह का मास्टरमाइंड मणि मिश्रा फरार चल रहा था। आरोपी वर्ष 2008 से इस गोरखधंधे में है। जिला पुलिस की एंटी हयूमन ट्रैफिफिंग यूनिट प्रभारी सतेंद्र रावल ने इस मास्टरमाइंड मणि मिश्रा को भी गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल यह आरोपी पुलिस रिमांड पर है। एंटी हयूमन ट्रैफिकिंग यूनिट इस मामले में आरोपी से पूछताछ के बाद 10 और नाबालिग लड़कियों को मुक्त करवा चुकी है।
जानकारी के मुताबिक आयोग के सदस्य ने बताया कि झारखंड के गोडा, गुमला, लातेहर, साहिबगंज आदि जिलों से नाबालिग लड़कियों को चार से पांच हजार रुपये में खरीदकर दिल्ली-एनसीआर में लाया जाता है। वहीं कई बार उन्हें एकमुश्त राशि देकर प्रत्येक माह वेतन भेजने का वायदा किया जाता है.
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