फरीदाबाद: फरीदाबाद जिले में विधानसभा की पांच सीटें हैं - NIT, बडखल, फरीदाबाद, तिगांव, बल्लभगढ़ और पृथला. इसमें बीजेपी के पास सिर्फ तीन सीटें हैं - बडखल, फरीदाबाद और बल्लभगढ़. बाकी तीन सीटें इनेलो, बसपा और कांग्रेस के पास हैं.
पहले की सरकारों में देखा जाता था कि विपक्षी पार्टियों के विधायकों के क्षेत्र में एक ईंट भी नहीं रखते थे क्योंकि उन्हें लगता था कि विकास हम करवाएंगे और क्रेडिट विपक्षी पार्टी का विधायक ले जाएगा और अगली बार फिर से चुनकर आ जाएगा.
हरियाणा की खट्टर सरकार में ऐसा नहीं है, फरीदाबाद के सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने मुख्यमंत्री खट्टर के साथ मिलकर ऐसी राजनीति शुरू की है जिसमें दूसरी पार्टी के विधायकों को भी विकास के लिए बराबर पैसा दिया जा रहा है.
NIT में इनेलो के विधायक नागेंद्र भड़ाना हैं लेकिन सांसद कृष्ण पाल गुर्जर ने खट्टर से मिलकर उन्हें अपने साथ कर लिया और उनकी विधानसभा में विकास के लिए खूब पैसे दिए हैं, नागेन्द्र भड़ाना अपने हर विकास प्रोजेक्ट का क्रेडिट मुख्यमंत्री खट्टर, मंत्री गुर्जर और मंत्री विपुल गोयल को देते हैं.
इसी तरह से पृथला में बसपा विधायक टेकचंद शर्मा हैं लेकिन सांसद कृष्ण पाल गुर्जर ने खट्टर से मिलकर उन्हें अपने साथ कर लिया और उनकी विधानसभा में विकास के लिए खूब पैसे दिए हैं, टेकचंद शर्मा अपने हर विकास प्रोजेक्ट का क्रेडिट मुख्यमंत्री खट्टर, मंत्री गुर्जर और मंत्री विपुल गोयल को देते हैं.
अब बारी आती है तिगांव की, वहां पर कांग्रेस के विधायक ललित नागर हैं. मंत्री गुर्जर की उनसे नहीं बनती उसके बावजूद भी कल उन्होंने करोड़ों रुपये का विकास कार्य शुरू करवाकर वहां की जनता को भी विकास का तोहफा दे दिया, इसके अलावा मंझावली पुल का निर्माण करवाकर उन्होंने फरीदाबाद और ग्रेटर नॉएडा को जोड़ने का सपना साकार किया है, कुछ दिनों में पुल का निर्माण हो जाएगा और तिगांव क्षेत्र का जबरदस्त विकास होगा.
कहने का मतलब ये है कि बीजेपी ही ऐसी पार्टी है जो सभी विधायकों को साथ लेकर चलती है, विपक्षी पार्टियों के विधायकों के क्षेत्र में भी विकास करवाती है, सबका साथ और सबका विकास करती है.
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