13 नवम्बर को केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने हरियाणा के स्कूलों में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (National Achievement Survey) करने का निर्णय लिया गया है जिसमें छात्रों के ज्ञान और बुद्धि का आकलन किया जाएगा, यह सर्वे हरियाणा के सभी जिलों के चयनित स्कूलों में होगा.
इस सर्वेक्षण में कक्षा 3 और 5 के बच्चों का हिंदी, अंग्रेजी, गणित और EVS विषयों में ज्ञान का आकलन किया जाएगा. कक्षा 8 के छात्रों का हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में ज्ञान का आकलन किया जाएगा.
इस टेस्ट के नतीजों को NCERT का पाठ्यक्रम तैयार करने और पाठ्यक्रम को सुधारने में इस्तेमाल किया जाएगा, साथ ही शिक्षा की रणनीति में बदलाव लाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाएगा. इस टेस्ट को किसी छात्र या शिक्षक के व्यकतिगत प्रदर्शन के तौर पर नहीं बल्कि स्कूल के प्रदर्शन के तौर पर देखा जाएगा और इसी आधार पर आगे की रणनीति बनायी जाएगी.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तरफ से हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी को हर ब्लॉक में एक पर्यवेक्षक की नियुक्ति करने का आदेश दिया गया है, पर्यवेक्षक ही स्कूलों का चयन करेगा और टेस्ट को मॉनिटर करेगा.
हरियाणा के प्रधान सचिव एस एस फुल्का ने सभी तहसीलों के, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, ब्लाक डेवलपमेंट या पंचायत अधिकारी को पर्यवेक्षक के तौर पर तैनात करने की आदेश दिए हैं.
पलवल जिले के हसनपुर उप-तहसील से नायब तहसीलदार दलबीर सिंह दुग्गल को पर्यवेक्षक के तौर पर नियुक्त किया गया है. आज उन्होंने टेस्ट के लिए चयनित ब्लाक हसनपुर के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में टेस्ट की तैयारी का जायजा लिया और शिक्षकों और छात्रों को टेस्ट के लिए तैयार रहने को कहा.
उन्होने विद्यालय को कई अन्य चीजें मेन-टेन रखने के निर्देश दिए, जैसे
- विद्यालय का अध्यापकवार टाइम टेबल, हेडमास्टर सहित
- कक्षावार टाईम टेबल मुखिया सहित
- मुखिया निरीक्षण डायरी
- CRC प्राचार्य/मुखिया निरीक्षण डायरी
- अध्यापक द्वारा कक्षा के ग्रेड अनुसार विभाजन सूची
- छात्रों का ग्रेड अनुसार निरीक्षण
- 10% से अधिक अनुपस्थित शिक्षकों का स्पीस्टीकरण
- MAT परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के आधार पर छात्रों से प्रश्न पूछना
- प्राचार्य/मुख्याधापक 12 से 18 पीरियड, मौलिक मु०अ० 24 से 36 पीरियड तथा मु०शि० पूरी कक्षा द्वारा शिक्षण कार्य न करने पर नोटिस देना
- विधालय के मूलभूत सुविधाओं न होने पर मुख्याध्यापकों को जिम्मेदार ठहरना
- कक्षा के स्तर के अनुसार श्रुतलेख लिखवाना व पढवा कर देखना
दलबीर सिंह दुग्गल ने सभी निर्देश देने के बाद खुद मिड डे मिल के खाने की जांच की, उन्होंने साफ़ सफाई रखने और छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के भी आदेश दिए.
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