फरीदाबाद, 19 नवम्बर: शहर की बदहाल व्यवस्थाओं ने से तंग आकर अब बडखल की विधायक और मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा भी एक्शन में आने लगी हैं, कल तेज रात्रि में उन्होंने बादशाह अस्पताल की हालत देखने के लिए रेड मारी, उनके सामने हैरानी का मंजर था क्योंकि अस्पताल के ही तीन कर्मचारी दारू पी रहे थे, उन्होंने तीनों को पकड़कर CMO को फोन लगाया लेकिन वह मौके पर नहीं आये.
सीम त्रिखा ने रेड मारकर गलत काम करने वालों को सन्देश देने की कोशिश की है कि वह भ्रष्टाचार को कत्तई सहन नहीं करेंगी.
उन्होंने देखा कि मरीजों की बीमारी बीके अस्पताल में मरीजों की बीमारी की जांच करने वाली पैथौलॉजी लैब शाम होते ही मैखाने में तब्दील हो जाती है। शनिवार देर शाम जांच रिपोर्ट लेने पहुंचे एक व्यक्ति ने फार्मेसी कर्मचारियों को दारू पीते देखा तो बडख़ल विधायक सीमा त्रिखा को फोन करके इसकी सूचना दे दी। विधायक ने खुद ही छापामार कार्रवाई करते हुए शराबखोरी कर रहे तीन कर्मचारियों को रंगेहाथ दबोच लिया।
बीके सिविल अस्पताल की तीसरी मंजिल पर पैथौलॉजी लैब है। यह लैब जांच के लिए 24 घंटे खुली रहती है। शनिवार रात करीब पौने नौ बजे किसी मरीज का तीमारदार जांच रिपोर्ट लेने लैब पहुंचा था। उसने लैब के अंदर एक कमरे में तीन लोगों को दारू पीते देखा। उसने ड्यूटी पर तैनात फार्मासिस्ट से तीनों के बारे में जानकारी करनी चाही तो उसे उल्टा सीधा जवाब दिया गया। उस व्यक्ति ने बडख़ल विधायक सीमा त्रिखा को फोन कर पैथोलॉजी लैब में कर्मचारियों द्वारा शराब पिए जाने की सूचना दी. कुछ ही देर में विधायक सीमा त्रिखा अपने भाई के साथ मौके पर पहुंचीं और तीनों को दबोच लिया.
इन शराबियों से उनका नाम पता पूछा ही जा रहा था कि एक चकमा देकर भाग निकला। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान पूर्व अकाउंटेंट ओम प्रकाश और चतुर्थश्रेणी कर्मचारी ललित के रूप में हुई। दोनों ने भागने वाले युवक का नाम राजकुमार बताया। दोनों का मेडिकल परीक्षण कराया गया, मौके पर पहुंचे पीएमओ डॉ. राजीव बातिश को विधायक ने अस्पताल परिसर में इस तरह की हरकतें दोबारा नहीं होने की सख्त हिदायत दी। खास बात यह रही कि विधायक के पहुंचने के बावजूद सीएमओ डॉ. गुलशन अरोड़ा अस्पताल नहीं पहुंचे। विधायक सीमा त्रिखा ने बताया कि शराब पीते हुए पाए गए कर्मचारियों से स्पष्टीकरण तलब कर उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी ।
सीम त्रिखा ने रेड मारकर गलत काम करने वालों को सन्देश देने की कोशिश की है कि वह भ्रष्टाचार को कत्तई सहन नहीं करेंगी.
उन्होंने देखा कि मरीजों की बीमारी बीके अस्पताल में मरीजों की बीमारी की जांच करने वाली पैथौलॉजी लैब शाम होते ही मैखाने में तब्दील हो जाती है। शनिवार देर शाम जांच रिपोर्ट लेने पहुंचे एक व्यक्ति ने फार्मेसी कर्मचारियों को दारू पीते देखा तो बडख़ल विधायक सीमा त्रिखा को फोन करके इसकी सूचना दे दी। विधायक ने खुद ही छापामार कार्रवाई करते हुए शराबखोरी कर रहे तीन कर्मचारियों को रंगेहाथ दबोच लिया।
बीके सिविल अस्पताल की तीसरी मंजिल पर पैथौलॉजी लैब है। यह लैब जांच के लिए 24 घंटे खुली रहती है। शनिवार रात करीब पौने नौ बजे किसी मरीज का तीमारदार जांच रिपोर्ट लेने लैब पहुंचा था। उसने लैब के अंदर एक कमरे में तीन लोगों को दारू पीते देखा। उसने ड्यूटी पर तैनात फार्मासिस्ट से तीनों के बारे में जानकारी करनी चाही तो उसे उल्टा सीधा जवाब दिया गया। उस व्यक्ति ने बडख़ल विधायक सीमा त्रिखा को फोन कर पैथोलॉजी लैब में कर्मचारियों द्वारा शराब पिए जाने की सूचना दी. कुछ ही देर में विधायक सीमा त्रिखा अपने भाई के साथ मौके पर पहुंचीं और तीनों को दबोच लिया.
इन शराबियों से उनका नाम पता पूछा ही जा रहा था कि एक चकमा देकर भाग निकला। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान पूर्व अकाउंटेंट ओम प्रकाश और चतुर्थश्रेणी कर्मचारी ललित के रूप में हुई। दोनों ने भागने वाले युवक का नाम राजकुमार बताया। दोनों का मेडिकल परीक्षण कराया गया, मौके पर पहुंचे पीएमओ डॉ. राजीव बातिश को विधायक ने अस्पताल परिसर में इस तरह की हरकतें दोबारा नहीं होने की सख्त हिदायत दी। खास बात यह रही कि विधायक के पहुंचने के बावजूद सीएमओ डॉ. गुलशन अरोड़ा अस्पताल नहीं पहुंचे। विधायक सीमा त्रिखा ने बताया कि शराब पीते हुए पाए गए कर्मचारियों से स्पष्टीकरण तलब कर उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी ।
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