फरीदाबाद, 12 अगस्त। फरीदाबाद में गैंगरेप की एक पीडिता पिछले चार महीने से न्याय के लिए दर दर भटक रही है लेकिन अब तक आरोपियों के खिलाफ मामला तक दर्ज नहीं किया, पुलिस के इए गैरजिम्मेराना रवैये से परेशान होकर पीडिता ने महिला पुलिस थाने के सामने ही आत्मदाह की धमकी दी है, जानकारी के अनुसार पीडिता की मदद करने वाले वकीलों और पत्रकारों को ही झूठे मामले में फंसाने का प्रयास किया जा रहा है।
घटना की पूरी खबर
भोपानी थाने के अंतर्गत भोपानी मोड़ स्थित कालोनी के प्लॉट नंबर 98 में रहने वाली सुनीता पत्नी रामचंद को गत 31 अक्टूबर, 2015 में खेड़ी निवासी रामपाल व प्रवीन जमीन दिखाने के बहाने मथुरा ले गए जहां दोनों ने एक होटल में सुनीता के साथ सामूहिक बलात्कार किया, बलात्कार के बाद उसे मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी गयी।
पीडिता जान से मारने की धमकी और समाज एवं अपने बच्चों की खातिर चुप रही लेकिन हद तो तब हो गयी जब आरोपियों ने बलात्कार के दौरान बनायी गयी वीडियो दिखाकर उसे ब्लैकमेल करने लगे, इसके बाद पीडिता ने परेशान होकर 10 मई से लेकर 22 मई, 2016 तक पुलिस आयुक्त फरीदाबाद को लिखित शिकायत देकर कानूनी कार्रवाई का निवेदन किया।
फरीदाबाद महिला थाने की ASI मायारानी ने पीडिता से मामला दर्ज करने के लिए 25 हजार रुपये की मांग की, पीडिता के पास केवल पांच हजार रुपये थे इसलिए उसने 25 हजार रुपये ना दे पाने की असमर्थता जताई, रुपये ना मिलने पर ASI मायारानी आरोपियों से मिल गयी और पीडिता के परिवार वालों पर राजीनामे के लिए दबाव बनाने लगी।
इस सारे मामले में पीडिता की मदद कर रहे एडवोकेट पत्रकार मोहन तिवारी को उक्त आरोपियों और महिला एएसआई ने मिलकर एक झूठे केस में फंसाने का प्रयास किया जिसमें मोहन तिवारी को जमानत मिल गई। बलात्कार पीडिता ने 8 अगस्त, 2016 को पुलिस आयुक्त डॉक्टर हनीफ कुरैशी को फिर से शिकायत दी जिसमें उसने न्याय की गुहार करते हुए आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निवेदन किया है।
बलात्कार पीडिता ने कहा कि आरोपी उक्त अश्लील सीडी को उसके बच्चों को दिखाते हैं और आते जाते रास्ते में रोककर भला बुरा कहते हैं जिससे दुखी होकर पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचकर उच्च अधिकारियों से शिकायत की है। आरोपियों ने पीडिता का जीना हराम कर रखा है। यदि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाही नही कि तो वह पुलिस आयुक्त कार्यालय के सामने ही आत्मदाह कर लेगी।
क्या कहती हैं महिला पुलिस थाना प्रभारी सुशीला
यह मामला मथुरा में घटित होने के चलते हमने पीडिता की शिकायत को उत्तरप्रदेश के मथुरा जिले की पुलिस को भेज दिया है। जिसपर पीडित महिला मथुरा की बजाय फरीदाबाद में कार्रवाई चाहती है। लेकिन इस मामले में जब तक मथुरा पुलिस उक्त कार्रवाई को फरीदाबाद पुलिस को नही भेजती तक तक यह संभव नही।
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