नई दिल्ली, 28 जनवरी: अब तक किसान नेता अपनी मनमानी कर रहे थे और देश के लोग इनका समर्थन कर रहे थे लेकिन रिपब्लिक डे पर किसान नेताओं और उनके समर्थकों ने दंगा-फसाद करके और लाल किले पर झंडा कांड करके अपनी पोल खोल दी.
अब देश के लोग भी इस आंदोलन का समर्थन नहीं कर रहे हैं, करीब आधा दर्जन किसान संगठनों ने आंदोलन ख़त्म कर दिया है, इसके अलावा दिल्ली के निवासी खुद सड़क पर उतारकर रोड खाली कराने की मांग करने लगे हैं इसलिए पुलिस भी जनता की भावनाएं समझकर एक्शन में आ गयी है.
गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत और उनके समर्थक रोड जाम करके बैठे हैं, आज उन्हें उठाने के लिए पुलिस फ़ोर्स पहुँच गयी है, यूपी पुलिस ने धरना करने वाले नेताओं को नोटिस दिया है और उनसे शान्ति के साथ उठने की अपील कर रहे हैं हालाँकि पुलिस बल आजमाकर भी उन्हें उठाने के लिए तैयार है.
इस बीच राकेश टिकैत के सुर लगाकर बदल रहे हैं, कभी रोने लगते हैं, कभी चिंतित हो जाते हैं, कभी लाठी वालों को आंदोलन से निकलने का आदेश देते हैं, आज उन्हें एक युवक लाठी लिए दिखा तो उन्होंने खुद ही उसे पुलिस से पकड़वा दिया।
पहले इन्हीं राकेश टिकैत का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने कहा था कि ट्रेक्टर मार्च में झंडा और लाठी डंडा दोनों साथ लेकर आना है, सरकार ऐसे मानने वाली नहीं है. अब टिकैत के होश ठिकाने आ गए हैं. हालाँकि उन्होंने आंदोलन जारी रखने का फैसला किया है.
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