फरीदाबाद, 30 जुलाई: भारत के लिए राहत भरी खबर है, कोरोना संक्रमण की शुरुआत में ऐसा दुष्प्रचार किया गया था कि कोरोना का कोई ट्रीटमेंट ही नहीं है, इससे संक्रमित मरीज तड़प तड़प कर मरते हैं और खांस खांस कर मरते हैं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. कोरोना से संक्रमित अधिकतर मरीज ठीक हो जाते हैं.
भारत में अब तक कुल 15,67,619 लोगों को कोरोना वायरस का संक्रमण हो चुका है जिसमें से 1020582 मरीजों का इलाज हो चुका है जबकि 34968 मरीजों की मौत हो चुका है. वर्तमान में 528242 एक्टिव कोरोना मरीज हैं जिनका अस्पतालों में और घरों में क्वारंटाइन करके इलाज जारी है.
कहने का मतलब ये है कि कोरोना दुनिया की सबसे कम खतरनाक बीमारी है, भारत में तो आंकड़े यही कह रहे हैं, कुल 15,67,619 मरीजों में से सिर्फ 34968 मरीजों की मौत हुई है और इनमें से अधिकतर मरीजों को अन्य लाइलाज बीमारियां थीं. सामान्य लोगों की बहुत कम मौत हुई है. मतलब कोरोना से 100 मरीजों में से सिर्फ 2.2 लोगों की मौत हो रही है.
अगर आंकडों पर गौर करें तो कोरोना से डरने की नहीं बल्कि लड़ने की जरूरत है. मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करके कोरोना संक्रमण से आसानी से बचा जा सकता है.
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