फरीदाबाद, 17 मार्च: नीमका गाँव में प्रशासन ने स्टेडियम की जमीन खाली कराने के लिए दर्जनों घरों पर बुलडोजर चढ़ा दिया, इस दौरान इन घरों में रहने वाले लोग काफी आक्रोशित दिखे और गाँव के सरपंच से भी नाराज दिखे। एक ग्रामीण तो JCB के नीचे लेट गया और अपनी जान देने का प्रयास किया।
सरपंच ने बताया कि ये स्टेडियम की जमीन है जिसपर निर्माण कार्य होने वाला है इसलिए जमीन खाली कराई जा रही है, वहीं इन घरों में रहने वालों ने आरोप लगाया कि वे यहाँ पर 30 - 40 वर्षों से रहते हैं, उनके पास BPL कार्ड भी हैं लेकिन उन्हें बिना घर दिए ही तोड़ फोड़ कर दी गयी.
गांव की श्यामवती, गिरिराजी, रामी ने बताया कि हम लोग यहाँ लगभग 30 - 40 वर्षों से रह रहे हैं और हमारे मकानों को जबरन तुड़वा दिया गया है। महिलाओं ने कहा कि उनके बच्चों की परीक्षा चल रही है, अब उनके रहने की जगह नहीं है।
तोड़फोड़ के दौरान एक व्यक्ति अपना आशियाना अपनी आँखों के सामने ढहता नहीं देख सका और जेसीबी के सामने लेट गया जिसे वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने वहां से हटाया।
तोड़फोड़ के दौरान एक व्यक्ति अपना आशियाना अपनी आँखों के सामने ढहता नहीं देख सका और जेसीबी के सामने लेट गया जिसे वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने वहां से हटाया।
गांव के ही प्रताप, गंगी, किशन, लक्ष्मण, सोहनलाल, सुशील, रोशन आदि ने कहा कि प्रसाशन को सिर्फ गरीबों के आशियाने ही दिखते हैं, इस गाँव में और भी कई लोगों ने अवैध कब्जे किये हैं उनके अवैध निर्माणों को नहीं तोड़ा गया.
लोगों ने कहा कि न नीमका और आस-पास बड़े लोगों ने करोड़ों की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे कर रखे हैं लेकिन वहां जेसीबी कभी नहीं पहुँची। इस अवसर पर पीड़ित लोगों ने सरकार एवं प्रशासन से आवास देने की भी मांग की.
लोगों ने कहा कि न नीमका और आस-पास बड़े लोगों ने करोड़ों की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे कर रखे हैं लेकिन वहां जेसीबी कभी नहीं पहुँची। इस अवसर पर पीड़ित लोगों ने सरकार एवं प्रशासन से आवास देने की भी मांग की.
Post A Comment:
0 comments: