फरीदाबाद, 13 अक्टूबर: हरियाणा चुनाव में भाजपा ने 75 पार का नारा दिया है, कुछ सीटें कांग्रेस और अन्य पार्टियों के लिए छोड़ दी हैं लेकिन दूसरी पार्टियों के विधायकों को भी मुख्यमंत्री ने इशारों इशारों में ऑफर दे दिया है कि अगर वे चाहें तो भाजपा सरकार के साथ मिलकर अपने क्षेत्र के विकास के लिए पैसे ले सकते हैं।
भाजपा ने कॉंग्रेसी विधायक ललित नागर से तिगांव सीट छीनने के लिए पूरी ताकत लगा दी है, स्मृति ईरानी के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी कल भाजपा के लिए वोट मांगने आए लेकिन मुख्यमंत्री ने रैली में कुछ खुलासे भी कर दिए और दूसरी पार्टियों के विधायकों के लिए इशारों इशारों में ऑफर भी दिया कि अगर अपने क्षेत्र का विकास कराना चाहते हैं तो उनके दफ्तर के दरवाजे सबके लिए खुले रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी पालिसी औरों से अलग है, जहाँ हमारी पार्टी की जीत नहीं होती और वहां किसी और पार्टी का विधायक बनता है तो हम उसे भी विकास के लिए पैसे देते हैं, पिछली बार दूसरी पार्टयों के लोग हमपर हँसते थे और कहते थे कि हमें राजनीति नहीं आती, हमें तो सिर्फ भाजपा विधायकों को ही पैसे देने चाहिए।
उन्होंने रैली में ही ललित नागर का नाम ले लिया। उन्होंने कहा कि मीडिया वाले ललित नागर से पूछ लें, हमने विधानसभा के पहले दिन ही उन्हें पांच करोड़ रुपये दे दिए थे।
मुख्यमंत्री का ये चौंकाने वाला खुलासा है। सवाल उठ रहे हैं कि मुख्यमंत्री ने ललित नागर पर पहले दिन ही इतनी मेहरबानी क्यों दिखाई, क्या वो टेकचंद शर्मा और नगेंदर भड़ाना की तरह ललित नागर को भी अपनी टीम से जोड़ना चाहते थे। आपको बता दें कि दोनों विधायक दूसरी पार्टी से थे उसके बावजूद भी मुख्यमंत्री ने उन्हें विकास के लिए अरबों रुपये दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम दूसरी पार्टियों के विधायकों को इसलिए पैसे देते हैं क्योंकि ये पैसे मेरे बाप के तो हैं नहीं, ये पैसे जनता के ही हैं.
मुख्यमंत्री का बयान सुनकर ये चर्चा होने लगी है कि कहीं मुख्यमंत्री कांग्रेस प्रत्याशी ललित नागर को ऑफर तो नहीं दे रहे हैं। वैसे तिगांव में राजेश नागर और ललित नागर के बीच में कांटे की टक्कर है, पिछली बार भी कांटे की टक्कर थी लेकिन ललित नागर ने करीब 1000 वोटों से चुनाव जीता था। इस बार राजेश नागर अपनी जीत का दावा कर रहे हैं, अब जीत किसी की भी हो, अगर दोनों में से कोई भी अपने क्षेत्र के विकास के लिए पैसे मांगेगा तो मुख्यमंत्री देंगे।
अब तो ललित नागर भी मुख्यमंत्री से मनचाहा ग्रांट मांग सकते हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री ने भरी महफ़िल में बोला है कि हमने ललित नागर को पहले दिन पांच करोड़ दिए। अगर तिगांव से ललित नागर की जीत हुई तो उनके पास मौका होगा कि वह मुख्यमंत्री से मनचाहा ग्रांट लें और तिगांव का विकास करें, अगर मुख्यमंत्री ने मना कर दिया तो उनकी ही फजीहत होगी।
अब तो ललित नागर भी मुख्यमंत्री से मनचाहा ग्रांट मांग सकते हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री ने भरी महफ़िल में बोला है कि हमने ललित नागर को पहले दिन पांच करोड़ दिए। अगर तिगांव से ललित नागर की जीत हुई तो उनके पास मौका होगा कि वह मुख्यमंत्री से मनचाहा ग्रांट लें और तिगांव का विकास करें, अगर मुख्यमंत्री ने मना कर दिया तो उनकी ही फजीहत होगी।
Post A Comment:
0 comments: