फरीदाबाद। आम आदमी पार्टी व जननायक जनता पार्टी के संयुक्त प्रत्याशी पंडित नवीन जयहिन्द 12 मई की जंग के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, उन्होंने यह भी कहा कि अब वे फरीदाबाद में ही खूंटा गाडक़र बैठेंगे.
चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद पंडित नवीन जयहिन्द आज सुबह अपने समर्थकों सहित कुलेना का परशुराम मंदिर पहुँचे जहां से उन्होंने पूजा अर्चना करके अपनी चुनाव प्रचार मुहिम शुरू की थी। इसी मंदिर में जयहिन्द व उनके समर्थकों द्वारा फरसे लहराए जाने से विवाद हुआ था। आज फिर से जयहिन्द ने कुलेना, तिलपत के सूरदास मंदिर और फरीदाबाद के गुरुद्वारा में जाकर माथा टेका और जीत के लिए दुआ मांगी।
इसके बाद पंडित नवीन जयहिंद ने शहर के कई सैक्टरों व कालोनियों में लोगों के घरों में जाकर वोट मांगे और कहा कि वह अब फरीदाबाद के हैं और फरीदाबाद उनका है।
जयहिंद ने शहर के अग्रसैन चौक, घंटाघर चौक, एनआईटी स्थित शहीद स्मारक, ओल्ड फरीदाबाद स्थित अंबेडकर चौक, मुख्य मार्केट में स्थित अग्रसैन चौक, बडख़ल स्थित पटेल चौक व भगत सिंह चौक पर जाकर शहीदों को पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि भेंट की। पंडित नवीन जयहिंद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी शहीद भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव, मंगल पांडे, चंद्रशेखर आजाद जैसे महान क्रांतिकारियों के दिखाए मार्ग पर चलकर नए हरियाणा के निर्माण का संकल्प ले चुकी है। उन्होंने कहा कि आज उन्होंने शहीदों को याद करके अपना प्रचार समाप्त किया है।
आप व जजपा कार्यकर्ता हुए बूथों के लिए रवाना
रविवार को होने वाले मतदान के मद्देनजर आम आदमी पार्टी व जननायक जनता पार्टी कार्यकर्ता आज सुबह सैक्टर-21 स्थित पार्टी कार्यालय में जमा हुए जहां पंडित नवीन जयहिंद ने सभी की बैठक लेने के बाद उन्हें बस्ते देकर बूथों के लिए रवाना कर दिया। कार्यकर्ताओं को चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूची समेत तमाम सामग्री मुहैया करवाकर मतदान केंद्रों पर भेजा गया है।
23 मई के बाद जनता पर करेंगे पुष्प –वर्षा – जयहिन्द
आप व जजपा के संयुक्त प्रत्याशी पंडित नवीन जयहिन्द ने चुनाव आयोग को भाजपा का चौकीदार बताते हुए कहा कि चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है और भाजपा के चौकीदार अपनी सम्भावित हार को देख कर घबरा गये इसलिए इस तरह के ओछे हथकंडे अपना रही है. लेकिन आम आदमी पार्टी इनसे डरनी वाली नही है. 23 मई के बाद जनता पर फूलों की बारिश के साथ जीत को मनाया जाएगा.
Post A Comment:
0 comments: