फरीदाबाद: फरीदाबाद लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए शायद कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से तैयार नहीं थी इसलिए गलतियों पर गलतियाँ की गयीं. अवतार भड़ाना टिकट मिलने के भरोसे पर ही मीरापुर विधायक की कुर्सी छोड़कर आये थे लेकिन उन्हें टिकट देने में काफी देरी कर दी गयी और उससे पहले अपने ही नेताओं को टिकट का लालच देकर आपस में लड़ा दिया गया.
जब अवतार भडाना को टिकट मिली तो काफी देर हो चुकी थी, दल बदलने की आदत की वजह से कांग्रेसी कार्यकर्ता भी उनसे नाराज हो चुके थे इसलिए उन्हें मनाने में अवतार भडाना को एक हप्ते लग गए, फरीदाबाद में चुनाव प्रचार किया गया लेकिन कार्यकर्ता एकजुट नहीं दिखे. कांग्रेस पार्टी को इन गलतियों का भारी नुकसान हो सकता है.
12 मई को मतदान था, ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस भाजपा को कड़ी टक्कर देगी लेकिन आधे से अधिक मतदान केन्द्रों पर कांग्रेस पार्टी की तरह से बूथ ही नहीं लगाए गए, सिर्फ भाजपा का बूथ लगा था और भाजपा वाले ही पर्चियां काट रहे थे.
हमने कई मतदान केन्द्रों का दौरा किया और सैकड़ों जगह से रिपोर्ट ली, कांग्रेस पार्टी द्वारा बूथ ना लगाने से उनका ही भारी नुकसान हुआ है, काफी लोग तो बूथ पर पर्चियां कटवाने के बाद यह निर्णय करते हैं कि वोट किसको देना है. जिस पार्टी के अधिक कार्यकर्ता बूथ पर दिखते लोग सोचते हैं कि इस पार्टी की ज्यादा लहर है चलो इसी को वोट देते हैं.
कांग्रेस को अधूरी तैयारियों का खामियाजा भुगतना पड़ेगा. 23 मई को नतीजे आयेंगे, कांग्रेस नेताओं की बौखलाहट देखकर साफ़ पता चल रहा है कि उन्हें भी पता चल चुका है कि 23 मई को क्या नतीजे आयेंगे.
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