फरीदाबाद: हार्डवेयर चौक पर अवैध निर्माण के खिलाफ हम कई महीनों से आवाज उठा रहे हैं, तीन चार महीनों पहले एक दुकान को सील किया गया, हाल ही में सैकड़ों गरीबों के अवैध निर्माण को तोड़ा गया, अब उन सभी के घरों को तोड़ने का ऐलान कर दिया गया है.
अवैध निर्माण हटाना प्रशासन का काम है, किसी को भी सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा नहीं करना चाहिए लेकिन यहाँ पर हमें कुछ और ही कहानी देखने को मिल रही है. यहाँ पर क्रांतिवीर फिल्म का सीन देखने को मिल रहा है, स्थानीय नेता और भू-माफिया मिलकर गरीबों के घर हटाकर यहाँ खुद कब्जा करना चाहते हैं और सरकारी जमीन को सस्ते दाम में खरीदकर मॉल बनाना चाहते हैं. यहाँ पर अपने फायदे के लिए सरकारी तंत्र का दुरूपयोग किया जा रहा है.
यहाँ के रहने वाले गरीबों ने बताया कि हम यहाँ पर पिछले 60-70 वर्षों से रह रहे हैं. कई वर्ष पहले हम लोगों के राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड बनाये गए. हमारे पास आधार कार्ड भी है और बिजली के मीटर भी लगे हैं, इसके अलावा हमारा गैस कनेक्शन है और डिपो से राशन भी मिलता है. कल हमारे सबके मीटर काटकर ले गए और आज हमें घर खाली करने को कहा गया है.
गरीबों ने बताया कि हमारी जमीन पर भाजपा नेता धनेश अधलखा और उनके साथियों की नजर है, वे लोग हमें उजाड़कर यहाँ पर बिल्डिंग और मॉल बनाना चाहते हैं इसलिए प्रशासन पर दबाव बनाकर हमें हटाना चाहते हैं, गरीबों ने बताया कि हमने कोर्ट में धनेश अधलखा के खिलाफ केस भी डाला हुआ था लेकिन उन्होंने धन बल से केस जीत किया और हमारे वकील को भी खरीद लिया, हमारे पास इतने पैसे नहीं हैं कि हम कोई बड़ा वकील कर सकें इसलिए हमें धनेश अधलखा के इशारे पर हटाया जा रहा है. हम नगर निगम की मेयर सुमन बाला से मदद मांगने गए तो उन्होंने कहा कि हम मजबूर हैं अगर ज्यादा प्रेशर डालेंगे तो हम अपने जान ले देंगे.
गरीबों ने कहा कि मोदी सरकार सबको घर देना चाहती है, क्या हमें हटाने से पहले घर नहीं दिया जाना चाहिए, डबुआ में हजारों फ्लैट खाली हैं, अगर हमें घर दे दिया जाय तो हम बच्चों को पाल सकते हैं और उन्हें शिक्षा दे सकते हैं, हमारे पास वोटर कार्ड, आधार कार्ड, राशन कार्ड सब कुछ है, अब हम लोग कहाँ जाएं. हमारे बच्चे यहीं पास के स्कूल में पढ़ते हैं. हम लोग यहीं पर रोजगार करते हैं, हमारा सब कुछ बर्बाद हो गया.
यहाँ के एक वाशिंदे को भाजपा नेताओं ने पन्ना प्रमुख बना रखा है, उन्होंने बताया कि हमने कृष्णपाल गुर्जर को वोट देने की पूरी तैयारी कर ली थी, सबको बोल दिया था, यहाँ पर तीन चार सौ वोटर हैं, लेकिन अब हमें एक भाजपा नेता के ही इशारे पर हटाया जा रहा है तो हम कैसे वोट करेंगे.
यहाँ के लोगों की मांग है कि अगर सरकार हमें हटा रही है तो पहले फ्लैट देना चाहिए, डबुआ में हजारों फ्लैट खाली पड़े हैं, अगर हमें वहां फ्लैट दे दिए जाँय तो हम चले जाएंगे, साथ ही हम यह भी चाहते हैं कि यहाँ के बड़े भू-माफियाओं के भी अवैध निर्माण तोड़े जाँय, सबके साथ एक समान कार्यवाही की जाय. जो भी दुकानें सील करके नगर निगम ने खानापूर्ति की है उसे भी तोड़ा जाए साथ ही यहें के सभी अवैध कब्जे हटाए जांय.
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