फरीदाबाद: अवतार सिंह भडाना को फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र का उम्मीदवार बनाकर कांग्रेस पार्टी ने बहुत बड़ा जोखिम मोल ले लिया है. कांग्रेस पार्टी शायद भूल गयी कि 2014 लोकसभा चुनाव में अवतार भडाना की जमानत जब्त हो गयी थी. यह देखते हुए भी कांग्रेस ने अवतार भडाना को फिर से टिकट दे दिया.
फरीदाबाद की जनता भी अवतार भड़ाना का 15 वर्षों तक राज-पाट झेल चुकी है. उनके राज-पाट से तंग आकर ही फरीदाबाद की जनता ने 2014 लोकसभा चुनाव में उनकी जमानत जब्त करवा दी थी, अगर उन्होंने 15 वर्षों में अच्छे काम किये होते तो कम से कम उनकी जमानत बच जाती लेकिन वह अपनी जमानत भी नहीं बचा सके.
अवतार भड़ाना को लोकसभा उम्मीदवार बनाकर कांग्रेस पार्टी ने ना सिर्फ बहुत बड़ा जोखिम मोल लिया है बल्कि अपने ही कई नेताओं - करण दलाल, ललित नागर और महेंद्र प्रताप को नाराज कर दिया है. अब ये नेता शायद अवतार सिंह भडाना को समर्थन ना दें. अगर पहले ही अवतार भडाना को टिकट दे दी जाती और अन्य उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा ना की जाती तो शायद पार्टी में फूट ना पड़ती, अब अवतार भड़ाना को रूठे नेताओं को भी मनाना पड़ेगा.
सबसे बड़ा प्रश्न फरीदाबाद की जनता के मन में है, अगर फरीदाबाद की जनता 2014 से पहले सड़कों के गड्ढे, सरकारी अस्पतालों की हालत, सरकारी स्कूलों की हालत, अस्त व्यस्त शहर की हालत, हर जगह भ्रष्टाचार, हर जगह लूट, हर जगह कमीशनखोरी, हर सुविधा के लिए लाइन, आदि समस्याओं को भूल गयी होगी तो शायद फिर से अवतार भडाना को वोट दे दे लेकिन अगर जनता यह सोचेगी कि 2014 में किस वजह से उन्होंने अवतार भडाना की जमानत जब्त की थी तो इस बार भी शायद जमानत जब्त हो जाए. यह बात फरीदाबाद की जनता के विवेक पर है, जमानत जब्त करनी है या फिर से फरीदाबाद का सांसद बनाकर अवतार भडाना को राज-पाट सौंप देना है.
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