फरीदाबाद 23 अक्टूबर: फरीदाबाद जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान और वकील एलएन पाराशर ने अरावली पर अवैध अतिक्रमण और अवैध माइनिंग के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए हरियाणा सरकार के बड़े-बड़े अधिकारियों के खिलाफ हाईकोर्ट में रिट डाल दी है.
वकील पाराशर ने कहा कि इन अधिकारियों की वजह से फरीदाबाद शहर की 20 से 30 लाख आबादी के भविष्य को खतरा मंडरा रहा है. लोग बीमारियों की वजह से बेमौत मारे जा रहे हैं. इनकी वजह से फरीदाबाद प्रदूषण के मामले में दुनिया का नंबर 2 शहर बन गया.
वकील पाराशर ने कहा कि इन अधिकारियों को जवाब देना ही पड़ेगा कि अरावली पर अवैध अतिक्रमण, अवैध माइनिंग और जंगलों की कटाई के वक्त इनकी आंखें क्यों बंद थीं.
- प्रधान सचिव, हरियाणा सरकार
- प्रधान सचिव, माइनिंग विभाग
- हरियाणा फारेस्ट विभाग
- उपयुक्त फरीदाबाद
- हरियाणा स्टेट पोल्यूशन बोर्ड
- फरीदाबाद नगर निगम
- प्रधान सचिव, हरियाणा सरकार, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग
वकील पाराशर कहा कि फरीदाबाद में 20-30 वर्षों से अवैध अतिक्रमण होता रहा. अवैध माइनिंग होती रही अवैध फार्म हाउस बनाए जाते रहे. कांत एनक्लेव बसा दिया गया. अवैध खनन की वजह से खूनी झील बन गई और डेलाइट होटल वाले अभी भी खनन कर के अंडरग्राउंड कंस्ट्रक्शन कर रहे हैं आखिर फरीदाबाद के उपायुक्त, फरीदाबाद के नगर निगम कमिश्नर यहां के फॉरेस्ट अफसर और माइनिंग अफसर कहां है, यह लोग अपनी ड्यूटी क्यों नहीं निभाये, अगर यह लोग अपनी ड्यूटी निभाते तो अरावली पर ना ही अवैध अतिक्रमण होता, ना ही अवैध खनन होता ना ही अवैध फार्म हाउस बनते और ना ही कांत एनक्लेव बसाया जाता और ना ही फरीदाबाद के 20 से 30 लाख लोग प्रदूषण के शिकार होते.
वकील पाराशर ने कहा कि फरीदाबाद को दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बनाने के लिए सीधा सीधा यह अधिकारी और हरियाणा सरकार जिम्मेदार इसीलिए मैंने इनको पार्टी बनाकर माननीय हाईकोर्ट में रिट डाली है मैं इनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग करूंगा.
हाईकोर्ट में डाली गयी PIL की कॉपी पेज - 1
हाईकोर्ट में डाली गयी PIL की कॉपी पेज - 2
हाईकोर्ट में डाली गयी PIL की कॉपी पेज - 3
वकील एल एन पाराशर का इंटरव्यू
Post A Comment:
0 comments: