फरीदाबाद, 8 जुलाई: गुरुग्राम तथा फरीदाबाद पुलिस के संयुक्त एनकाउंटर में मारे गए नाईजीरियन ड्रग तस्कर एससी माइकल उर्फ जिमी का शव लेने के लिए कोई आगे नहीं आया है. इस अपराधी ने ड्रग तस्करी करके फरीदाबाद, दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के लाखों युवाओं की जिंदगी बर्बाद करके का खतरनाक ख्वाब देखा था लेकिन फरीदाबाद क्राइम ब्रांच और गुरुग्राम क्राइम ब्रांच के दो इंस्पेक्टरों नरेन्द्र चौहान और संदीप मोर ने मिलकर इसका गेम बजा दिया और लाखों युवाओं की जिंदगी बचा ली.
शनिवार को पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने जिमी के शव को बीके अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है और घाना के दूतावास को सूचित कर दिया. बता दें की जिमी फरीदाबाद के ग्रीन फील्ड कॉलोनी ए-ब्लॉक में किराए पर रहता था.
पुलिस का दावा है कि वह दिल्ली-एनसीआर में बड़े स्तर पर ड्रग्स की सप्लाई करता था. बृहस्पतिवार रात वह कैब में साथी इहचीकू इह्यनाचो (नाइजीरियाई नागरिक) के साथ दिल्ली में ड्रग्स सप्लाई करके आ रहा था। नाके पर पुलिस ने उसे काबू करने की कोशिश की तो छीना झपटी में उसकी ही पिस्टल से उसे पीठ में गोली लगी. इससे पहले उसने भागते हुए पुलिस पर दो फायर किए थे.
पुलिस ने इहचीकू इह्यनाचो को गिरफ्तार कर लिया था। इनके पास से 110 ग्राम सफेद पाउडर मिला था, पुलिस उसे कोकीन बता रही है। शुक्रवार को इहचीकू को अदालत से चार दिन की रिमांड पर लिया गया. पुलिस उससे उन ठिकानों का पता लगाएगी, जहां से जिमी ड्रग्स लेता था और सप्लाई करता था.
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