फरीदाबाद: शहर में घोर कलयुग चल रहा है, यहाँ पर गैंगरेप पीड़िताओं को न्याय के लिए धरने पर बैठना पड़ता है, एक साल पहले सुनीता नाम की गैंगरेप पीड़िता न्याय के लिए धरने पर बैठी थी, अब एक दूसरी गैंगरेप पीड़िता न्याय के लिए धरने पर बैठी है लेकिन पुलिस प्रशासन ऑंखें बंद करके बैठा है.
इस पीड़िता के साथ 15 जनवरी 2018 को उसके घर में ही रात को गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया है, पीड़िता ने 6 लोगों पर आरोप लगाए थे जिसमें से 4 लोगों को वह पहचानती है लेकिन पुलिस ने 16 जनवरी 2018 को FIR दर्ज करने के बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया, उल्टा अब पीड़िता पर शक करके उसका ही पोलीग्राफ टेस्ट कराये जाने की तैयारी चल रही है.
गैंगरेप पीडिता दो महीनें पहले भी धरने पर बैठी थी लेकिन उस वक्त पुलिस कमिश्नर अमिताभ सिंह ढिल्लों ने उसे धरने से उठाकर न्याय का भरोसा दिया था लेकिन इस मामले में वह भी नाकाम हो गए, पीड़िता का कहना है कि मेरे सामने सीपी साहब ने तीन बार कार्यवाही का आर्डर दिया लेकिन नीचे वाले पुलिस अधिकारी उनका भी आदेश नहीं मान रहे हैं.
आज पीडिता ने अपना दर्द बयान करते हुए पुलिस वालों पर गंभीर आरोप लगाए, उसनें कहा कि जिस दिन मेरे साथ गैंगरेप हुआ था, उस दिन SHO हंसराज आये और मेरी निर्वस्त्र फोटो खींची और वीडियो बनायी, यह कैसी पुलिस है जो एक महिला की निर्वस्त्र फोटो खींचती है, महिला पुलिस को क्यों नहीं बुलाया गया. पीड़िता ने यह भी बताया कि SHO हंसराज आरोपियों पर कार्यवाही करने के बजाय उसे जान देने के लिए उकसाते हैं वहीँ महिला SHO इंदु बाला उसे कहती हैं कि अपने पति के ऊपर केस करके उसे जेल भिजवा दे और अपने बच्चों को लेकर मेरे पास आजा. देखें VIDEO.
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