शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में खट्टर सरकार पूरी तरह से फेल नजर आती है, ना तो सरकारी स्कूलों की हालत सुधारने पर एक पैसे खर्च किये जा रहे हैं और ना ही सरकारी अस्पतालों को सुधारने में एक पैसे खर्च किये जा रहे हैं, पूर्व कांग्रेस सरकार ने 3 नंबर फरीदाबाद में NCR का सबसे बड़ा ESI हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज बनाया, इस काम में अरबों रुपये खर्च किये गए, पूरी बिल्डिंग कांग्रेस के समय में ही बनकर तैयार हो गयी थी.
कांग्रेस के जाने के बाद राज्य में बीजेपी की सरकार आयी, सारा काम कांग्रेस ने किया, खट्टर सरकार को सिर्फ नए अस्पताल में शिफ्ट करना था और सुविधाओं की व्यवस्था करनी थी लेकिन खट्टर सरकार तीन साल में भी यह काम नहीं कर पायी है.
वर्तमान में हालत यह है दिखावे के लिए नए अस्पताल में OPD सुविधा शुरू कर दी गयी है लेकिन मरीजों को भर्ती करने के बाद पुराने अस्पताल में ही भेजा जाता है, अभी भी लेबर रूप, बच्चों का वार्ड, महिलाओं का वार्ड, OT, सब का सब पुराने अस्पताल में है, नया अस्पताल सिर्फ देखने के लिए बना है.
बारिश के मौसम में पुराने अस्पताल में मरीजों का बुरा हाल हो जाता है, छत टूटी होने के कारण कमरे में मरीजों के बिस्तर पर पानी टपकता है, बिजली चली जाती है तो मरीजों को गर्मी में ही रहना पड़ता है, खैर अब तो मौसम बदल चुका है लेकिन हालत अब भी खराब है.
अगर खट्टर सरकार इस अस्पताल पर ध्यान देकर यहाँ पर सुविधाओं की व्यवस्था कर देती, मरीजों के बिस्तर का इंतजाम भी कर देती, अस्पताल में मेडिकल स्टोर की भी सही से व्यवस्था कर दी जाती तो मरीजों का काफी भला होता। अस्पताल के अन्दर मेडिकल स्टोर तो है लेकिन वहां पर अधिकतर दवाएं नहीं मिलतीं, जो दवाएं नहीं मिलतीं उन्हें लेने के लिए मरीजों को फिर से डिस्पेंसरी में भेजा जाता है, मरीज लोग किराया भाड़ा खर्च करके डिस्पेंसरी में दवाएं लेने जाते हैं और सरकार को कोसते हैं. कई बार तो डिस्पेंसरी में भी दवाएं नहीं मिलतीं, ऐसे में मरीजों को खुद से दवाएं खरीदनी पड़ती हैं और बिल बनवाकर अस्पताल को देना पड़ता है, इस काम में मरीजों का काफी समय खर्च हो जाता है. देखिये वीडियो।
सरकार को शायद मरीजों की हालत का अहसास नहीं है इसलिए इस क्षेत्र में काम नहीं किया जा रहा है, फरीदाबाद के लोग सरकार से बहुत नाराज हैं, इस अस्पताल में सुविधाएं बढाने के लिए कई बाद धरना-प्रदर्शन और आन्दोलन किये गए लेकन खट्टर सरकार सिर्फ पांच साल रहने का मन बनाकर आयी है इसलिए मजदूरों की मांग पर ध्यान नहीं दिया गया.
ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने ही इस अस्पताल को बनवाया था तो दो साल बाद कांग्रेस ही आकर इस अस्पताल में सुविधाएं बढाकर मरीजों को राहत देगी, वरना खट्टर सरकार ने तो काम ना करने की कसम खा रखी है.
हर महीनें करोड़ों का घोटाला
यह भी बता दें कि इस अस्पताल में सभी सुविधाएं देने के बाद फरीदाबाद के कई प्राइवेट अस्पताल बंद हो जाएंगे क्योंकि इस अस्पताल से मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में रिफर करके उनकी हर महीनें करोड़ों रूपए की कमाई करवाई जाती है, मरीजों को भर्ती करवाकर करोड़ों रुपये के फर्जी बिल बनवाए जाते हैं, डॉक्टरों को भी कमीशन मिलता है, सरकार खजाने से हर महीनें करोड़ों रुपये लूटे जा रहे हैं लेकिन खट्टर सरकार सो रही है.
ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने ही इस अस्पताल को बनवाया था तो दो साल बाद कांग्रेस ही आकर इस अस्पताल में सुविधाएं बढाकर मरीजों को राहत देगी, वरना खट्टर सरकार ने तो काम ना करने की कसम खा रखी है.
हर महीनें करोड़ों का घोटाला
यह भी बता दें कि इस अस्पताल में सभी सुविधाएं देने के बाद फरीदाबाद के कई प्राइवेट अस्पताल बंद हो जाएंगे क्योंकि इस अस्पताल से मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में रिफर करके उनकी हर महीनें करोड़ों रूपए की कमाई करवाई जाती है, मरीजों को भर्ती करवाकर करोड़ों रुपये के फर्जी बिल बनवाए जाते हैं, डॉक्टरों को भी कमीशन मिलता है, सरकार खजाने से हर महीनें करोड़ों रुपये लूटे जा रहे हैं लेकिन खट्टर सरकार सो रही है.
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