फरीदाबाद, 30 अप्रैल: लॉक डाउन की वजह से वैसे तो सबको दिक्कत है लेकिन बैंक से लोन लेकर हर महीनें उसकी क़िस्त भरने वालों को सबसे अधिक दिक्कत होने वाली है और अगर कुछ महीनें ऐसे ही हालात रहे तो कई लोग अपना घर, गाडी या अन्य संपत्ति खो सकते हैं.
देश के करोड़ों लोगों ने होम लोन और कार लोन और पर्सनल लोन ले रखा है जिसकी हर महीनें क़िस्त जाती है, 5 लाख रुपये के लोन पर 11 - 12 हजार रुपये प्रति महीना EMI जाती है, EMI ना देने पर बैंक वाले गाड़ियां और संपत्ति के कागजात जब्त कर लेते हैं और भारी पेनाल्टी लगाते हैं, इसी तरह से होम लोन पर भी पेनाल्टी लगती है.
मान लो पेनाल्टी लगाए जाने पर कोई पेनाल्टी और क़िस्त ना दे पाया तो उसकी गाडी भी जाएगी, संपत्ति भी जाएगी अगर अगर होम लोन लिया होगा तो उसका पैसा तो जाएगा ही जाएगा, घर भी छिन जाएगा।
लॉक डाउन के दौरान बंद पड़ी प्राइवेट कंपनियों ने 22 मार्च के बाद अपने कर्मचारियों को सैलरी देना बंद दिया है, अधिकतर कर्मचारियों को 22 मार्च के बाद सैलरी मिलनी बंद है, ऐसे में अगर किसी ने लोन लिया होगा तो वे अपनी क़िस्त कैसे भरेंगे यह बहुत चिंता का विषय है.
केंद्र सरकार को कोई ऐसा कानून लाना चाहिए कि अगर कोई बैंक की EMI नहीं भर पा रहा है तो ना ही उसपर पेनाल्टी लगे और ना ही व्याज बढ़ाया जाए. जब फिर से माहौल सही हो जाएगा तो लोग फिर से क़िस्त भरना शुरू कर देंगे। अभी तक बैंक अपनी ही पॉलिसी पर चल रहे हैं, उन्हें किसी की परेशानी की कोई फिक्र नहीं है.
Post A Comment:
0 comments: