फरीदाबाद: कुछ पुलिसकर्मियों की करतूतों की वजह से पूरी पुलिस बदनाम हो जाती है और जनता के मन में पुलिस का खौफ पैदा हो जाता है, साथ ही पुलिस पर से भरोसा उठ जाता है. लोग थाने में जाने से डरते हैं. फरीदाबाद में कुछ पुलिसकर्मियों की करतूत सामने आयी है जिसकी वजह से फरीदाबाद पुलिस की छवि खराब हो रही है हालाँकि पुलिस कमिश्नर ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज करने और कानूनी कार्यवाही के आदेश दिए हैं, अगर इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कडा एक्शन हो गया तो ऐसे पुलिसकर्मियों को सबक मिलेगा और वे जनता से दुर्व्यवहार करना छोड़ देंगे, लेकिन अगर इन पुलिसकर्मियों को सजा नहीं मिली तो समाज में अच्छा सन्देश नहीं जाएगा और जनता का पुलिसकर्मियों से भय बना रहेगा.
यह मामला पिछले साल अक्टूबर 2018 का है. महिला को पार्क में किसी पुरुष के साथ देखा गया था.
कानून के मुताबिक़ बिना थोड वजह के पुलिस किसी को अरेस्ट ही नहीं कर सकती, अगर किसी महिला को अरेस्ट करना है तो महिला पुलिस का होना जरूरी है, इसके अलावा महिला पुलिस ही महिला से पूछताछ कर सकती है लेकिन आदर्श नगर पुलिस थाने के कर्मचारियों ने खुद ही महिला को पकड़ लिया, खुद ही उससे पूछताछ शुरू कर दी, यही नहीं महिला की बेल्ट से पिटाई की और उसके सामने अपशब्द भी बके गए.
पुलिसवालों की इस करतूत की किसी ने चुपके से वीडियो बना ली. आरोपी पुलिसवालों ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि कोई उनकी करतूत को रिकॉर्ड कर लेगा और सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा जिसके बाद उनकी नौकरी भी जा सकती है और अब यही हो रहा है.
अक्टूबर 2018 वाला वीडियो सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रहा है जिसके बाद फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर संजय कुमार एक्शन में आये और दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया साथ ही पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज करके कानूनी कार्यवाही के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही 3 एस.पी.ओ को बर्खास्त कर दिया गया है।
इस घटना से हर किसी को सबक लेना चाहिए, गलत काम का गलत नतीजा होता है, पहले के जमाने में कैमरे नहीं होते थे जिसकी वजह से जुर्म छुप जाते थे लेकिन आज के जमाने में हर चौराहे पर कैमरे लगे हैं, सबकी जेब में कैमरे हैं, लोग चुपके से वीडियो बना लेते हैं, इसलिए गलत काम करने से पहले 100 बार सोचना चाहिए.
घटना की जानकारी
यह घटना पिछले साल अक्तुबर 2018 की है, आदर्श नगर पुलिस को एक सूचना मिली थी कि पार्क में एक आदमी और औरत कुछ गलत काम कर रहे है, जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस को देख कर व्यक्ति फरार हो गया था और वहां मौजूद महिला से पुलिसकर्मियों ने पूछताछ के दौरान अभद्र व्यवहार एवं मारपीट की थी। जिसका एक वीडियो भी वायरल हुआ है।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि पुलिसकर्मियों के द्वारा किया गया कार्य अशोभनीय व नियमों के विरुद्ध है ऐसे कार्य से पुलिस की छवि धूमिल होती है।
उन्होने कहा कि अगर इस तरह की कोई भी शिकायत मिली थी, नियम अनुसार महिला पुलिस का सहयोग लेना चाहिए एवं जांच और पूछताछ भी महिला पुलिस कर्मी द्वारा ही की जानी चाहिए थी।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि घटना में संलिप्त 5 पुलिसकर्मी एचसी बलदेव, रोहित एवं एसपीओ कृष्ण, हरपाल, और दिनेश के खिलाफ मारपीट , महिला के सम्मान को ठेस पहुंचाने इत्यादि धाराओं के अंतर्गत थाना आदर्श नगर में मुकदमा दर्ज किया गया है।
वायरल विडियों पर सज्ञांन लेते हुए पुलिस आयुक्त संजय कुमार ने तुरन्त प्रभाव से घटना मे संलिप्त दो हेड कांस्टेबल पुलिसकर्मीयों को सस्पेंड एवं अन्य 3 एस.पी.ओ को तुरन्त प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है।
उन्होने बताया कि पीडित महिला की तलाश की जा रही है, उससे संपर्क करके ब्यान दर्ज किए जाएगें और मामले की गहनता से पूछताछ कर जांच की जाएगी और पीडित महिला को हरसंभव न्याय दिलवाया जाएगा।
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