इस दौरान ऊर्जा मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माधयम से संबोधित करते हुए कहा कि हमें अभी सौर ऊर्जा का अधिक से अधिक प्रयोग करने की दिशा में कार्य करना है। उन्होंने कहा कि हमने सभी स्थानों पर एलईडी लाईटों के साथ साथ ग्रीन बिल्डिंग बनाने की दिशा में भी काम किया है। उन्होंने कहा कि आज हमें इस क्षेत्र में और ज्यादा कार्य करने की आवश्यकता है ताकि थर्मल प्लाटों से निकलने वाले धुएं को हम कम कर सकें। उन्होंने अवार्ड प्राप्त करने वाले प्रदेश के विभिन्न संस्थानों को बधाई भी दी।
इस दौरान उन्होंने फरीदाबाद जिला को ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में तीन अवार्ड प्रदान किए। इनमें जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को वर्ष 2017-18 के लिए ऊर्जा संरक्षण में प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवार्ड में विश्वविद्यालय को एक लाख रुपये का चैक भेंट किया गया। इसके साथ ही फरीदाबाद की ही एटूजेड एनर्जी इंजीनियर्स को वर्ष 2017-18 व वर्ष 2018-19 में बेस्ट एनर्जी आडिटिंग, ग्रीन बिल्डिंग निर्माण और ईसीबीसी इंप्लीमेंटेशन के लिए प्रदेश भर में प्रथम अवार्ड से नवाजा। इसके लिए उन्हें प्रशस्ति पत्र व शील्ड प्रदान की गई।
कंपनी की तरफ से यह सम्मान निदेशक पीपी मित्तल ने प्राप्त किया। कार्यक्रम में अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान ने सभी को यह अवार्ड सौंपते हुए नवीकरणीय ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में अधिक से अधिक कार्य करने का आवाहन किया। इस अवसर पर नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के एपीओ रविकांत शर्मा भी मौजूद थे।
Post A Comment:
0 comments: