फरीदाबाद, 27 मार्च: लॉक डाउन के बाद फरीदाबाद पुलिस ने थोड़ा ज्यादा सख्ती बरतनी शुरू कर दी, पालतू जानवरों के चारे को लेकर हरियाणा सरकार द्वारा जारी लॉक डाउन के आर्डर में कोई जिक्र नहीं था इसलिए पुलिस ने चारे की दुकानें भी बंद करवा दीं, चारा ढोने वालों पर सख्ती कर दी, गाड़ियों को रोक दिया जिसकी वजह से चारा ट्रांसपोर्ट करने वालों के मन में पुलिस के प्रति डर फ़ैल गया.
अब हालत यह हो गयी है कि फरीदाबाद में डेरी वालों के पास चारा ख़त्म हो रहा है, अधिकतर चारा यूपी से आता है लेकिन बॉर्डर सील है, कई बार पुलिस बिना कुछ सोचे समझे डंडे बरसाना शुरू कर देती है.
मेरे पास ऐसी कई शिकायतें आयी हैं.
वैसे पुलिस ने 26 मार्च को चारा की दुकानों को खोलने और चारा ट्रांसपोर्ट करने की इजाजत दे दी है लेकिन कई बार पुलिस वाले डंडा पहले बरसाते हैं और बातें बाद में करते हैं इसलिए फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर को ऐसे पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कार्यवाही करनी पड़ेगी जो दिमाग से काम नहीं लेते, अगर चारा ट्रांसपोर्ट करने वालों का डर ख़त्म नहीं हुआ तो फरीदाबाद में गाय भैसों को चारा नहीं मिलेगा, उसके बाद उनकी बेमौत मृत्यु हो जाएगी।
इसका खामियाजा सम्पूर्ण जनता को भुगतना पड़ेगा, अभी चारा भी काफी मंहगा हो गया है, गाय भैंसे बीमार होंगी तो दूध की पैदावार कम हो जाएगी और जनता को दूध मंहगा मिलने लगेगा, इसलिए पुलिस को तुरंत एक्शन में आना होगा, चारा ट्रांसपोर्ट करने वालों से बिना सवाल जवाब किये उनके लिए रास्ता खोल दें ताकि उनका डर ख़त्म हो जाए.
यह फोटो NIT फरीदाबाद, आदर्श कॉलोनी, J-74 की है, हनी ने बताया कि लॉक डाउन की वजह से चारा मंहगा हो गया, उन्होंने मंहगे दाम में कुछ चारा खरीदा था लेकिन अब वह भी ख़त्म हो रहा है, अगर तुरंत चारा नहीं मिला तो उनकी भैंसे मर जाएंगी, उन्होंने बताया कि कई डेरी वालों के पास भूसा नहीं है.
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