फरीदाबाद, 11 अक्टूबर: NIT में इस बार कांग्रेस और भाजपा की आमने सामने की टक्कर है, नीरज शर्मा सभी समाज का समर्थन पाकर काफी मजबूत दिखाई दे रहे हैं लेकिन वोट कटवा प्रत्याशी उनके रास्ते की रुकावट बन सकते हैं।
वोटकटवा 1: संतोष यादव
पंडित शिवचरण लाल शर्मा पूर्वांचल और प्रवासी समाज के वोटों पर मजबूत पकड़ रकते थे लेकिन आप प्रत्याशी संतोष यादव पंडित नीरज शर्मा को कुछ नुकसान पहुंचा सकते हैं, पूर्वांचल समाज के अलावा संतोष यादव का कोई जनाधार नहीं है। वह खुद को प्रवासियों का भी ठेकदार बताते हैं इसलिए हो सकता है प्रवासी समाज के लोग भी उन्हें कुछ वोट दे दें, अगर संतोष यादव ने पंडित जी के वोट ना काटे तो कांग्रेस को फायदा होगा।
वोट कटवा 2: हाजी करामत अली
हाजी करामत अली भी कांग्रेस के लिए वोट कटवा बनकर भाजपा की मदद करते दिख रहे हैं, विशेष समाज के लोग कांग्रेस को ही वोट देना प्रिफर करते हैं लेकिन हाजी करामत अली बसपा उम्मीदवार हैं, मायावती का विशेष समुदाय का और दलित वोटबैंक फिक्स रहता है, करामत अली के खाते में भी ये वोट जाएंगे इसलिए वह कांग्रेस के लिए बड़ा वोटकटवा बनेंगे और इससे भाजपा को बहुत मदद मिलेगी, अगर ये वोट कांग्रेस की तरफ पड़ें तो नीरज शर्मा का रास्ता आसान हो जाएगा।
वोट कटवा 3: चन्दर भाटिया
चन्दर भाटिया कांग्रेस के लिए सबसे बड़ा वोट कटवा बन सकते हैं। चन्दर भाटिया पूर्व भाजपा विधायक हैं, वह आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं, पब्लिक में ऐसा सन्देश जा रहा है कि चन्दर भाटिया चुनाव जीतने के बाद भाजपा में ही शामिल हो जाएंगे इसलिए भाजपा उम्मीदवार नगेंदर भड़ाना से नाराज लोग चन्दर भाटिया को भाजपाई ही समझकर वोट दे सकते हैं। अगर नगेंदर भड़ाना से नाराज वोटर कांग्रेस प्रत्याशी नीरज शर्मा को वोट दें तो उनकी बड़ी जीत हो सकती है.
पूरा आर्टिकल पढ़कर आप समझ गए होंगे कि अगर वोटकटवा प्रत्याशियों की वजह से ही नीरज शर्मा को नुकसान हो रहा है, नगेंदर भड़ाना से नाराज वोटरों के वोट चन्दर भाटिया लेते दिख रहे हैं, पूर्वांचल समाज के वोट संतोष यादव लेते दिख रहे हैं और विशेष समाज और दलित समाज के वोट हाजी करामत अली लेते दिख रहे हैं। वोटकटवा लोग ना तो खुद जीतने की हालत में हैं और ना ही नीरज शर्मा को एकतरफा जीतने दे रहे हैं.
और भी छोटे छोटे वोटकटवा हैं जैसे इनेलो पार्टी की परविंदर कौर जवाहर कॉलोनी के पंजाबी-सिख वोट काटेंगी, तेजपाल डागर जाट वोट काटेंगे।
अब देखते हैं कि जनता वोटकटवा प्रत्याशियों को वोट देती है या नीरज शर्मा को उनका आशीर्वाद मिलता है। 21 अक्टूबर को चुनाव है, 24 अक्टूबर को नतीजे आए जाएंगे।
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