Followers

विकास चौधरी मर्डर केस, चार आरोपी गिरफ्तार लेकिन कई सस्पेंस अभी भी बरकरार, आप भी पढ़ें

vikas-chaudhary-murder-case-in-faridabad-suspense-are-many-points

फरीदाबाद: 27 जून को सुबह 9 बजे के करीब कांग्रेसी नेता और प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी पर गोलीबारी की खबर पर किसी को यकीन नहीं हो रहा था, जब उनकी हत्या की खबर आयी तो भी किसी को यकीन नहीं हुआ, ऐसा इसलिए क्योंकि कोई सोच भी नहीं सकता था कि विकास चौधरी को इस तरह से अचानक गोली मारी जा सकती है. 

विकास चौधरी का पुराना इतिहास कुछ भी रहा हो लेकिन वर्तमान में वह शहर के कद्दावर और लोकप्रिय नेता माने जाते थे, विपक्षी पार्टियों के समर्थक भी उन्हें यारों का यार बोलते थे, मीडिया में भी उन्हें अच्छी कवरेज मिलती थी, हर लिहाज से उनकी गिनती अच्छे नेताओं में होने लगी थी. शहर में जनता से जुड़े मुद्दे उठाने में भी उनका कोई जवाब नहीं था.

विकास चौधरी की हत्या की खबर से पूरे देश में हडकंप मच गया. फरीदाबाद में घर घर में यह खबर फ़ैल गयी. हर किसी के मन में सवाल उभरने लगे - आखिर विकास चौधरी को किसने मरवाया होगा. एक कद्दावर नेता और हमेशा दर्जनों बाउंसरों के घेरे में चलने वाले विकास पर गोलियां कौन चला सकता है.

उसके बाद CCTV वीडियो वायरल हुआ जिसमें दिखाई दिया कि विकास चौधरी अपनी Fortuner कार को खुद ड्राइव करके सेक्टर-9 PHC जिम के बाहर लाये, अचानक पीछे से कार आयी जिसमें दो बदमाश हाथों में पिस्टल लेकर निकले और अचानक विकास पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी, विकास चौधरी पर कुछ ही सेकंडों में 12 गोलियां दाग दी गयीं. उन्हें तुरंत सर्वोदय हॉस्पिटल ले जाया गया जहाँ पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

विकास चौधरी के मर्डर के बाद उनके समर्थकों और कांग्रेसी नेताओं ने धरना-प्रदर्शन किया जिसकी वजह से हरियाणा पुलिस पर तुरंत कार्यवाही का दबाव पड़ा. पूरा शहर जानना चाहता था कि विकास चौधरी की हत्या करने वाले कौन लोग हैं, सोशल मीडिया पर भी विकास चौधरी की हत्या से जुडी ख़बरें और वीडियो वायरल हुए. फरीदाबाद की जनता अभी भी संस्पेंस में है, आइये पढ़ते हैं कुछ सस्पेंस - 

सस्पेंस नंबर 1

विकास चौधरी कभी अकेले नहीं चलते थे, हत्या के दिन वह अकेले अपनी गाडी ड्राइव करके जिम आये. आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया. ऐसा कहा जा रहा है कि उनकी हत्या के लिए पहले से प्लानिंग की गयी थी. रेकी भी की जा रही थी. क्या विकास को कभी शक नहीं हुआ, क्या उन्हें यह भी शक नहीं हुआ कि कोई उनकी कार को फॉलो कर रहा है.


सस्पेंस नंबर 2

ऐसा कहा जा रहा है कि गैंगस्टर कौशल से विकास चौधरी का फाइनेंसियल विवाद चल रहा था, उनसे एक करोड़ की फिरौती मांगी गयी थी. उन्हें जान से मारने की धमकी दी गयी थी. अगर ऐसा है तो हत्या वाले दिन वो कार को अकेले ड्राइव करके जिम क्यों गए. पहले से सावधानी क्यों नहीं बरती गयी.

सप्सेंस नंबर 3

ऐसा कहा जा रहा है कि गैंगस्टर कौशल ने एक ऑडियो मैसेज भेजा है जिसमें उसनें कहा है कि विकास चौधरी ने मुझे एक करोड़ की फिरौती नहीं दी इसलिए मैंने उसे टपकाया है, वह ऑडियो मैसेज भी अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है. फरीदाबाद पुलिस उसी ऑडियो मैसेज के आधार पर कौशल को मुख्य साजिशकर्ता मानकर चल रही है और इसी वजह से उसकी पत्नी रौशनी और नौकर नरेश को सबसे पहले गिरफ्तार किया गया. जनता के मन में यह सस्पेंस है कि गैंगस्टर कौशल ने अपनी पत्नी और नौकर को खतरे में क्यों डाला.

सस्पेंस नंबर 4

अगर कौशल ने फरीदाबाद एनसीआर में अपना आतंक फैलाने के लिए विकास चौधरी का मर्डर करवाया है और पुलिस के पास ऑडियो भेजा है तो क्या उसे पता नहीं था कि गुरुग्राम में रह रहे उसकी पत्नी और नौकर पर पुलिस सबसे पहले हाथ डालेगी. आखिर एक गैंगस्टर ऐसी भूल कैसे कर सकता है. पुलिस ने इस मामले में दो अन्य आरोपियों - मंजेश निवासी राजीव कॉलोनी गुरुग्राम,  2. हरिंदर निवासी धनवापुर गुरुग्राम को गिरफ्तार किया है.

सस्पेंस नंबर 5

जनता में यह भी चर्चा है कि किसी गुमनाम ने कौशल गैंग को विकास चौधरी के मर्डर की सुपारी दी होगी. अगर ऐसा है तो वो आदमी कौन हो सकता है. ये सस्पेंस भी कौशल की गिरफ्तारी के बाद ही ख़त्म होगा.

कैसे होगा सस्पेंस का अंत

पुलिस जांच के अनुसार - कौशल की पत्नी रौशनी और नौकर नरेश ने ही विकास चौधरी की हत्या करने वाले हत्यारों को हथियार उपलब्ध करवाए थे. आरोपी विकास उर्फ़ भल्ले निवासी गाँव धनवापुर और सचिन निवासी गाँव खेडी फरीदाबाद ने विकास चौधरी पर गोलियां चलाई थीं और इस वारदात में मंजेश और हरिंदर ने भी साथ दिया था. अब कौशल की गिरफ्तारी के बाद ही पूरी तरह से वारदात का खुलासा हो सकता है और सस्पेंस ख़त्म हो सकता है.

फरीदाबाद पुलिस अभी तक पूरी तरह से सही रास्ते पर चल रही है. चार आरोपी गिरफ्तार किये गए हैं, गोलियां चलाने वाले विकास उर्फ़ भल्ले और सचिन खेडी फरार हैं जिन्हें जल्द गिरफ्तार किया जा सकता है. इन आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद विदेश में बैठे कौशल पर हाथ डालने की कोशिश की जाएगी और हो सकता है सबूत मिलने के बाद उसका प्रत्यर्पण कराया जाए. इस केस की रोजाना अपडेट हरियाणा के DGP को भी भेजी जा रही है और इसे सुलझाने के लिए SIT का गठन किया गया है जिसमें अनुभवी अफसर शामिल हैं.

विकास चौधरी की हत्या से दुखी हैं दोस्त और परिवार

जैसा कि हमने बताया - विकास चौधरी को यारों का यार बोला जाता था इसीलिए उनकी हत्या से उनके परिवार के अलावा उनके दोस्त और समर्थक भी दुखी हैं. उनकी हत्या से फरिदाबाद ने एक उभरता हुआ नेता खो दिया है. फरीदाबाद पुलिस विकास के हत्यारों को गिरफ्तार करके शहर में पसरे डर और अविश्वास के माहौल को बहाल करने के प्रयास में जुटी है, अब तक की कार्यवाही से विकास के समर्थक संतुष्ट हैं इसलिए शांत रहकर पुलिस का सहयोग कर रहे हैं.
सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करें

Crime

Faridabad News

Post A Comment:

0 comments: